अस्सलामु अलैकुम दोस्तों, आज हम आप को Namaz ke Baad ki Dua के बारे में बताएँगे। जब हम लोग फ़र्ज़ नमाज़ पढ़ते है तो इमाम साहब खुद दुआ मांगते है हम लोगो को सिर्फ अमीन कहना होता है।
जब हम लोग फ़र्ज़ नमाज़ पढ़ते है तो वहां पे कुछ मांगने की जरुरत नहीं होता क्युकी इमाम साहब खुद दुआ मांगते है हम लोगो को सिर्फ अमीन कहना होगा है।
जब सुन्नत या नफिल नमाज़ पढ़ते है उस वक़्त अकेले ही दुआ करना होता है। उस वक़्त हम लोग सोचते है की दुआ में क्या चीज़ माँगा जाए जो अरबिक में हो।
जब सुन्नत या नफिल नमाज़ पढ़ते है उस वक़्त अकेले ही दुआ करना होता है। उस वक़्त हम लोग सोचते है की दुआ में क्या चीज़ माँगा जाए जो अरबिक में हो।
Farz Namaz ke Baad ki Dua
दोस्तों आप लोगो पहले ही बता दू की नमाज़ की दुआ एक नहीं है। बलके बहुत सारे है लेकिन यहाँ पर वह दुआ बताने जा रहा हूँ। जो काफी मशहूर है जिसको किसी भी नमाज़ के बाद पढ़ा जाता है।
अल्लाहुम्मा अंतस-सलामु वा मिनकस-सलाम, तबरक्त या जल-जलाली वल-इकराम।
Allahumma antas-Salamu wa minkas-Salam, tabarakta ya jal-jalali wal-ikram.
तर्जुमा: ए अल्लाह ! तू ही सलामती देने वाला है और सलामती तेरी ही तरफ़ से है तू बड़ी बरकत वाला और बहुत बुजुर्गी और इकराम वाला है
हवाला: मिशकात ९६०। मुस्लिम १३६३
Har Namaz ke Baad ki Dua | हर नमाज के बाद की दुआ
अल्लाहुम्म अ इन्नी आला ज़िक्रिका व शुक्रिका व हुसनी इबादतिक
Allahumma a’inni ‘ala jhikrika wa shukrika wa husni ‘ibadatika.
Video
Ending-
दोस्तों मुझे उम्मीद है की यह लेख आप सभी हजरत को बेहद पसंद आया होगा। जिसमे नमाज़ के बाद की दुआ बताया गया है।
जिस तरह यह दुआ को याद किया उसी तरह अज़ान के बाद की दुआ भी याद करना चाहिए, क्युकी रात और दिन में पांच बार अज़ान होती है।
Read More: Eid ka Chand Dekhne ki Dua | ईद का चांद देखने की 3 दुआएँ