अस्सलामु अलैकुम्, उम्मीद है के आप सभी खैरो आफियत से होंगे। आज हम आप को Sana in Namaz बताने वाले हैं उम्मीद है आप इस पोस्ट को पढ़ कर दूसरों तक भी पहुॅचायेंगे।
Sana in Namaz | नमाज़ में सना
सुब्हान कल्लाहुम्मा वबीहामदिका वतबारकसस्मुक वता अला जद्दुक वला ‘इलाह ग़ैरुक
Subhan kallahumma wabihamdika watabarakassmuk wata ala jadduk wala ‘ilaah ghairuk
तर्जुमा: ए अल्लाह ! तू पाक है, (हम) तेरी हमद के साथ (तेरी पाकीज़गी बयान करते हैं)। तेरा नाम बड़ी बरकत वाला है और तेरी बुजुर्गी बुलंद है। और तेरे सिवा कोई माबूद नहीं है
फ़ज़ीलत: ये दुआ मक़बूले आम है और मुस्लमानों की अक्सरीयत इसी दुआ को सना में पढ़ती है।
हवाला: तिरमिज़ी २४२, २४३