अस्सलामु अलैकुम, उम्मीद है आप सब अच्छे से होंगे आज के इस आर्टिकल मे हम, सबके काम आने वाली दुआ Zam Zam Peene ki Dua बताएंगे ।
Zam Zam Peene ki Dua | जम जम का पानी पीने की दुआ
अल्लाहुम-म इन्नी अस अलु-क इल्मन नाफि अंव व रिज्कवं वासिअंव व शिफ़ाअम मिन कुल्लि दाइन
Allaahumma inni as’aluka ilman naifi
aaa, wa rizqaw wasi`aaa, wa shifa’am min kulli da’i
तर्जुमा: या अल्लाह! मैं तुझ से नफ़ा देने वाले इलम का और रिज़्क़ की कुशादगी का और बीमारी से शिफ़ायाबी का सवाल करता हूँ
फ़ज़ीलत: हज़रत अब्दुल्लाह बिन अब्बास (Radi Allahu Anhu ) जब ज़म ज़म पीते तो ये दुआ पढ़ते थे।,
रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमायाः बेशक हम मुसलमानों और मुनाफिकों के दरमियान निशानी और फ़र्क़ ही ये है कि मुनाफ़िक लोग आब-ए-ज़म-ज़म पेट भर कर नहीं पीते और हम खूब पेट भर कर पीते हैं।
हदीस में आया है रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमाया : आब-ए-ज़म-ज़म जिस मक़सद के लिए पिया जाए उसी मक़सद के लिए मुफ़ीद होता है। अगर तुम इसको दुख, बीमारी से शिफ़ा के लिए पियोगे तो अल्लाह तआला तुमको शिफ़ा देंगे, और अगर तुम किसी दुश्मन या आफ़त व मुसीबत से पनाह लेने के लिए पियोगे तो अल्लाह तआला तुमको उससे पनाह देंगे, और अगर तुम अपनी प्यास बुझाने के लिए पियोगे तो अल्लाह तुम्हारी प्यास बुझा देंगे ।इब्न माजा । हाकिम अन इब्न अब्बास (Radi Allahu Anhu)
हवाला: दार कुतनी २७३८ । मुस्तद्रक हाकिम : १७३९ । अन इब्न अब्बास (Radi Allahu Anhu)
Read More: Pani Peene ki Dua | पानी पीने से पहले और बाद की दुआ