अस्सलामु अलैकुम्, उम्मीद है के आप सभी खैरो आफियत से होंगे । आज हम आप को Bazar Jane ki Dua बताने वाले हैं उम्मीद है आप इस पोस्ट को पढ़ कर दूसरों तक भी पहुॅचायेंगे।
इस दुआ को पढ़ने का तरीका ये है की घर से मार्किट में कुछ भी खरीदने के लिए जाने लगे और जब बाज़ार में जाने लगे तो निचे दिया गया दुआ को पढ़ ले। इसके लिए वजू का होना जरुरी नहीं है क्युकी जुबान कभी भी नापाक नहीं होता वह हमेशा पाक ही होता है।
1. Bazar Jane ki Dua | बाज़ार जाने की दुआ
ला इलाहा इल्लल्लाहु वह्दहू ला शरीकलहू, लहुल मुल्कु वलहुल हम्द, युह्यी वयुमीतु, बियादिहिल खैरू, वहूआला कुल्ली शैइन कदीर।
La ilaha illallahu wahadhu la shariqalhu, lahul mulku walhul hamd, yuhayy vayumithu, biyadihil khairu, wahuala kulli shayin kadeer.
तर्जुमा: अल्लाह ताला के सिवा कोई माबूद नहीं वह अकेला है उस का कोई शरीक नहीं उस की बादशाही है और उसी के लिए तमाम तारीफें हैं वह ज़िन्दा करता है और वही मारता है और वह ज़ात ज़िन्दा है जिस पर मौत नहीं आती, उसी के हाथ में है खैर व बरकत और वह हर चीज़ पर क़ादिर है
फ़ज़ीलत: फरमाया रसूलने के जो शख्स बाज़ार में दाखिल हुआ और उसने ये दुआ पढ़ी तो उसे दस लाख नेकियां मिलेंगी, उसके दस लाख गुनाह माफ होंगे और दस लाख दरजे बुलंद होंगे
हवाला: मिशकात २४३१। तिरमिज़ी। इबने माजा २२३५
दोस्तों अगर आप सभी को घर में दाखिल होने और घर से निकलने की दुआ याद नहीं है तो आज ही याद करे, क्युकी यह सभी मुस्लमान के लिए बहुत जरुरी है।
मुझे याकिन है की जो इस पोस्ट को अच्छी तरह पढ़ेगा वह बाज़ार की दुआ बाज़ार में जाते वक़्त जरुर पढ़ेगा और इसी तरह का अच्छी अच्छी दुआ सीखना चाहते है तो इस पोस्ट को अपने सोशल मीडिया में शेयर करे।