अस्सलामु अलैकुम, उम्मीद है आप सब अच्छे से होंगे आज के इस आर्टिकल मे हम सबके काम आने वाली दुआ Khana Khane ki Dua बताएंगे |
1. Khana Khane ki Dua | खाने से पहले की दुआ
بِسْمِ اللَّهِ
बिस्मिल्लाह
Bismillah
तर्जुमा: मैं अल्लाह का नाम लेकर खाना शुरू करता हूँ।
फ़ज़ीलत: सलमान फारसी (Radi Allahu Anhu) से रिवायत है कि नबी करीम ﷺ ने फरमायाः जिसे ये पसंद हो कि शैतान उसके साथ खाने और रात गुजारने में शरीक न हो, उसे चाहिए कि जब घर में दाखिल हो, तो सलाम करे और खाने के वक्त ये दुआ कहे ।
हवाला: मुआजम कबीर : ६१०२
2. Khana Khane ki Dua | खाने से पहले की दुआ
بِسْمِ اللَّهِ وَبَرَكَةِ اللَّهِ
बिस्मिलाही वा बराकातिल्लाह
Bismillahi wa barakatillah
तर्जुमा: मैं ने अल्लाह के नाम के साथ और अल्लाह की बरकत पर खाना शुरू किया
फ़ज़ीलत: रसूल अल्लाह ﷺ ने फ़रमायाः ये दुआ पढ़ कर खाना शुरू करो ।
हवाला: अलमसतदरक ७०८४। शोबुल इमान ४६०४
3. Khana Khane ki Dua | खाने से पहले की दुआ
بِسْمِ اللَّهِ وَ عَلَى بَرَكَةِ اللَّهِ
बिस्मिल्लाही वा ‘अला बारकातिल्लाह
Bismillahi wa ‘ala barakatillah
तर्जुमा: शुरू है अल्लाह के नाम से और उसकी बरकत से ।
फ़ज़ीलत: हज़रत अबू हुरैरह (Radi Allahu Anhu) से मर्वी है कि आप ﷺ ने फरमायाः जब तुम खाने पर हाथ लगाओ (यानी शुरू करो) तो यह दुआ पढ़ो । अगर किसी दावत में उम्दा उम्दा और लजीज खाने खाए तो खाना शुरू करने से पहले यह दुआ पढ़े । हदीस शरीफ में आया है केः अगर खाना शुरू करने के वक्त “بِسْمِ اللَّهِ“ पढ़ना भूल जाए तो जब याद आए
“بِسْمِ اللَّهِ أَوَّلَهُ وَاخِرَهُ “ कह ले । नसाई । हाकिम अन आईशा
हवाला: तफसीर मजहरी : ३३६/१ । हाकिम । हिस्नः २५५
4. Khana Khane ki Dua | खाने से पहले की दुआ
اللَّهُمَّ بَارِكْ لَنَا فِيمَا رَزَقْتَنَا وَأَنْتَ خَيْرُ الرَّازِقِينَ وَقِنَا عَذَابَ النَّارِ
अल्लाहुम्मा बारिक लाना फिमा रज़ाक्ताना वा अंटा खैरुर रज़िकीन वक़िना ‘आज़बान नार
Allahumma barik lana fima razaqtana wa anta khayrur raziqeen Waqina ‘aazaban naar
तर्जुमा: ऐ अल्लाह! जो आपने हमें नवाज़ा है उसमें बरकत अता फरमा, आप बेहतरीन रिज़्क देने वाले हैं और हमें जहन्नुम के अज़ाब से बचा ।
फ़ज़ीलत: अल्लामा जर्कानी (Radi Allahu Anhu) ने शरह मवाहिब में लिखा है कि “بِسْمِ اللهِ” पढ़ने के बाद ये दुआ पढ़े
हवाला: शरह मवाहिब : ३४८/४
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खाना खाने की दुआ की फ़जीलत और उसकी बरकत क्या है?
हज़रत अबू हुरैरह (Radi Allahu Anhu) से मर्वी है कि आप ﷺ ने फरमायाः जब तुम खाने पर हाथ लगाओ (यानी शुरू करो) तो यह दुआ पढ़ो । अगर किसी दावत में उम्दा उम्दा और लजीज खाने खाए तो खाना शुरू करने से पहले यह दुआ पढ़े । हदीस शरीफ में आया है केः अगर खाना शुरू करने के वक्त “بِسْمِ اللَّهِ“ पढ़ना भूल जाए तो जब याद आए
“بِسْمِ اللَّهِ أَوَّلَهُ وَاخِرَهُ “ कह ले । नसाई । हाकिम अन आईशा
खाना खाने की दुआ क्या है?
बिस्मिल्लाही वा ‘अला बारकातिल्लाह | तर्जुमा: शुरू है अल्लाह के नाम से और उसकी बरकत से ।
खाना खाने की दुआ न याद रखे, तो क्या उसका खाना जाएज़ है या नहीं?
खाना खाने की दुआ कोई बढ़ी दुआ नही है बस अल्लाह का नाम लेना होता है। तो हर शख्स को चाहिए की अल्लाह का नाम लेकर खाना खाए वरना उसका खाना खाना जाएज नही क्युकी वो खाना शैतान के पेट में जाता है।
दूध पीने की फ़ज़ीलत क्या है?
दूध पीने की फ़ज़ीलत ये है की रसूल अल्लाह सल्लेलाहु आलेही वसल्लम ने फरमाया के दूध एक मुकम्मल ग़िज़ा है जो अकल को तेज करता है और जिस्म को ताकत देता है।
खाने खाते वक्त कौन सी आदाब का ख्याल रखना चाहिए?
1. खाने के ऐब नहीं निकलनी चाहिए।
2. खाते वक्त किसीको सलाम नहीं करना चाहिए।
3. खाते वक्त उसमे खुसुसी तोर पर खयाल रखना चाहिये की सिर्फ अपने हि लिए अपनी 4. पसंद की चीजे न निकली जाए या समेटी जाए बल्के दूसरों की रियात रखते हुआ खाई जाए।
5. खाना दाईं हाथ से खाई जाए।
खाने से पहले की दुआ भूल जाए तो क्या करे
हदीस शरीफ में आया है केः अगर खाना शुरू करने के वक्त “بِسْمِ اللَّهِ“ पढ़ना भूल जाए तो जब याद आए “بِسْمِ اللَّهِ أَوَّلَهُ وَاخِرَهُ “ कह ले । नसाई । हाकिम अन आईशा