पहले कलमे (तय्यब) की 4 फजीलत->

1. रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमायाः तुम अपने ईमान को ताज़ा करते रहा करो और सहाबा ने अर्ज कियाः या रसूल अल्लाह ! ईमान को कैसे ताज़ा करें, आपने फरमायाः क़सरत से "لَا إِلَهَ إِلَّا اللهُ कहते रहा करो।

2. रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमायाः لَا إِلَهَ إِلَّا اللهُ का जिक्र कोई गुनाह बाक़ी नहीं रहने देता, और कोई भी अमल उसके बराबर नहीं है।

3.हदीस में है: "لَ إِلَهَ إِلَّا اللهُ का जिक्र कोई गुनाह बाक़ी नहीं रहने देता, और कोई भी अमल उसके बराबर नहीं है।

4. जब भी कोई बंदा दिल से " إِلَهَ إِلَّا اللَّهُ“ कहता है उसके लिए आसमानों के दरवाज़े खुल जाते हैं यहां तक कि वो अर्श तक पहुँच जाता जब तक के वो बड़े गुनाहो से बचता रहा हो ।

क्या बीवी को गले लगाने से रोजा टूट जाता है