अस्सलामु अलैकुम्, उम्मीद है के आप सभी खैरो आफियत से होंगे। आज हम आप को बताने वाले हैं Nazar nazar utarne ki dua | Dua to remove the evil eye उम्मीद है आप इस पोस्ट को पढ़ कर दूसरों तक भी पहुॅचायेंगे।
Nazar nazar utarne ki dua | नज़र उतारने की दुआ
अल्लाहुम्मा जस-सुल्तानिल ‘अज़ीम जल-मनिल क़दीम जल-वज़हिल करीम वलिय्यिल कलिमातित ताम्माति वद-दा’आवातिल मुस्तजाबात ‘आफ़-इल हसना वल हुसैन मिन अनफ़ुसिल जिन्नी वा अ’अयुनिल इंस
Allahumma jas-sultaanil ‘azheem jal-mannil qadeem jal-wajhil kareem waliyyil kalimaatit taammaati wad-da’awaatil mustajaabaat ‘aaf-il hasana wal husayn min anfusil jinni wa a’aayunil ins
तर्जुमा: ए अल्लाह ! ए बड़ी बादशाही वाले, ए क़दीम एहसानात वाले. ए बुजुर्ग हस्ती वाले. पूरे कलमों और मक़बूल दुआओं के मालिक, हसन व हुसैन को जिन्नात की हवाओं और इन्सानों की आँखों से आफ़ियत दे ।? (हसन व हुसैन की जगह अपने मरीज़ का नाम ले)।
फ़ज़ीलत:
हज़रत जिबरईल अमीन عَلَیهِالسَّلام हुजूर अकरम ﷺ की ख़िदमत में तशरीफ़ लाए, आप ﷺ ग़म-ज़दा थे, जिबरईल عَلَیهِالسَّلام ने पूछा कि आप कियुं ग़म-ज़दा हैं? तो आप ﷺ ने फ़रमाया कि हसन व हुसैन को नज़र लग गई है, जिबरईल عَلَیهِالسَّلام ने फ़रमाया कि नज़र वाक़ई हक़ है, लेकिन आप ने ये कलिमात पढ़ कर उन्हें अल्लाह की पनाह में कियुं न दिया?
आप ﷺ ने पूछा कि वह कलिमात कौनसे हैं? तो जिबरईल عَلَیهِالسَّلام ने फ़रमाया वह कलिमात ये हैं। आँहज़रत ﷺ ने ये दुआ पढ़ी तो उसी वक़्त दोनों बच्चे उठ खड़े हुए और आप के सामने खेलने कूदने लगे, हुजूर ने फ़रमाया लोगो! अपनी जानों अपनी बीवीयों और अपनी औलाद को इस दुआ-ए-जिबरईल के साथ अल्लाह की पनाह में दे दिया करो, इस जैसी और कोई पनाह नहीं।
हवाला: तफ़सीर इबने कसीर फ़ी तफ़सीरः सूरत उल-क़लम आयतः ५१, अलहज फ़ी बयान अलमहज वशरह अक़ीदा अहलुस्सुन्ना २/२५५
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