अस्सलामु अलैकुम्, उम्मीद है के आप सभी खैरो आफियत से होंगे। आज हम आप को Barkat ki Dua बताने वाले हैं उम्मीद है आप इस पोस्ट को पढ़ कर दूसरों तक भी पहुॅचायेंगे।
#1. Barkat ki Dua | बरकत की दुआ
वा लकद मक्कानकुम फ़िल अरदी वा जा’लना लकुम फ़ीहा मा आयशा कलीलन मा तश्कुरून
Wa laqad makkannakum fil ardi wa ja’alna lakum feeha ma ayesha qaleelan maa tashkuroon
तर्जुमा: और खुली बात है कि हम ने तुम्हें ज़मीन में रहने की जगह दी, और इस में तुम्हारे लिए रोज़ी के अस्बाब पैदा किए। (फिर भी) तुम लोग शुक्र कम ही अदा करते हो (१०)
फ़ज़ीलत: हर जुमा के बाद काग़ज़ पर लिख कर कुँवें में डालता जाये, उम्मीद क़वी है कि इंशा अल्लाह ताला इस अमल से ग़नी व तवंगर हो जाएगा।
हवाला: अल आराफ़ १०
#2. Barkat ki Dua | बरकत की दुआ
तर्जुमा: अल्लाह अपने बंदों पर बहुत मेहरबान है, वह जिस को चाहता है, रिज़्क़ देता है, और वही है जो कुव्वत का भी मालिक है, इक़तिदार का भी मालिक । (१९)
फ़ज़ीलत: ज़्यादती रिज़्क़ के लिए बाद नमाज़ के कसरत से पढ़ा करे।
हवाला: अश शुरा : १९
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